पापड़ में नमक बहुत ज्यादा होता है और इसे अक्सर तला जाता है। भुजिया में तेल, मैदा और नमक और ज्यादा ग्लाइसेमिक कंटेंट होने की वजह से डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है।
पापड़ और भुजिया
इसमें शुगर और ट्रांस फैट बहुत ज्यादा होता है, जिससे मोटापा, इंसुलिन रेजिस्टेंस और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। बार-बार खाने पर फैटी लिवर की समस्या भी हो सकती है।
जलेबी
समोसा
मैदे की परत और गहरे तेल में तलने के कारण यह दिल के लिए खतरनाक है। इसमें स्टार्च और अनहेल्दी फैट भरपूर होते हैं, जिससे मोटापा, पाचन की दिक्कतें और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।
सुपारी
सुपारी कैंसर पैदा करने वाली होती है और इसे खाने से मुंह का कैंसर और मसूड़ों की बीमारियां हो सकती हैं। लगातार चबाने से पाचन पर भी असर पड़ता है और मेटाबॉलिक दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
सफेद चावल
सफेद चावल का अधिक सेवन करने से मधुमेह का खतरा लगभग 20% तक बढ़ सकता है। सफेद चावल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, जिससे ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है।
सॉफ्ट ड्रिंक्स
सॉफ्ट ड्रिंक्स में उच्च मात्रा में शुगर होने के कारण इनका अधिक सेवन टाइप 2 डायबिटीज़ का जोखिम बढ़ा सकता है। नियमित रूप से मीठे पेय पीने से ब्लड शुगर अस्थिर होता है और इंसुलिन प्रतिरोध की संभावना बढ़ती है।