दिल्ली में आयोजित एक निजी कंपनी के नारी 2025 कार्यक्रम में पीवैल्यू एनालिटिक्स द्वारा तैयार सर्वे के आधार पर महिलाओं की सुरक्षा संबंधी नेशनल एनुअल रिपोर्ट एंड इंडेक्स (NARI) जारी की गई। इसमें 31 शहरों की 12,770 महिलाओं पर आधारित आंकड़े पेश कर महिलाओं की राष्ट्रीय सुरक्षा स्कोरिंग 65% बताई गई।
उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने इस रिपोर्ट को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि केवल इतने सीमित सर्वे के आधार पर देहरादून को असुरक्षित शहरों में शामिल करना निंदनीय है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस सर्वे का महिला आयोग से किसी भी स्तर पर कोई संबंध नहीं है।
कण्डवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बेहद संवेदनशील हैं और किसी भी अप्रिय घटना पर सरकार व प्रशासन त्वरित और कड़ी कार्रवाई करता है। उन्होंने यह भी बताया कि पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजय रहाटकर मौजूद थीं, लेकिन उन्होंने भी सर्वे का समर्थन नहीं किया।
राज्य महिला आयोग ने इस प्रकरण को गंभीर बताते हुए कहा है कि देहरादून की छवि धूमिल करने वाले इस सर्वे पर आयोग रिपोर्ट तलब करेगा और आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
उत्तराखंड राज्य महिला आयोग अध्यक्ष, कुसुम कण्डवाल
Reported By: Praveen Bhardwaj












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