क्राइम पेट्रोल: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में महिला स्वावलंबन को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए निर्देश दिए हैं कि अब सभी सरकारी कार्यक्रमों और समारोहों में केवल महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) द्वारा निर्मित स्मृति चिन्ह, शॉल और उपहार आदि का ही उपयोग किया जाए। इसके लिए शासनादेश जारी करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ग्रोथ सेंटरों में प्रशिक्षण दिया जाए, उनके उत्पादों को ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड से जोड़ा जाए और गुणवत्ता, पैकेजिंग व मार्केटिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने ‘लखपति दीदी से करोड़पति दीदी’ बनाने के विजन पर मिशन मोड में काम करने का आह्वान भी किया।
मुख्यमंत्री ने सचिवालय से प्रदेशभर के महिला स्वयं सहायता समूहों से वर्चुअल संवाद कर उनके अनुभवों और उत्पादों की जानकारी ली। उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म के उपयोग पर जोर देते हुए जिलाधिकारियों को आवश्यक सहयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
प्रदेश में वर्तमान में 68 हजार स्वयं सहायता समूहों से पांच लाख से अधिक महिलाएं जुड़ी हैं। ‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’ के तहत 2023 में इन समूहों ने 7 करोड़ रुपये से अधिक के उत्पादों की बिक्री की। इसके अतिरिक्त चारधाम मार्ग, रेलवे स्टेशन और अन्य केंद्रों पर SHG उत्पादों की बिक्री हेतु कई सुविधाएं स्थापित की गई हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने महिलाओं से आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी उत्पादों के अधिकाधिक उपयोग का आग्रह करते हुए कहा कि राज्य सरकार मातृशक्ति के सशक्तिकरण के लिए निरंतर समर्पित भाव से कार्य करती रहेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी












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