छावनी क्षेत्र प्रेमनगर में आवारा एवं निराश्रित पशुओं की समस्या लगातार गंभीर रूप लेती जा रही है। क्षेत्रवासियों की ओर से कई बार शिकायतों के बावजूद स्थितियों में सुधार नहीं हुआ, जिसका खामियाजा एक बड़े हादसे के रूप में सामने आया।
14 नवंबर 2025 को मुख्य बाजार क्षेत्र में दो साँडों की लड़ाई के बीच 82 वर्षीय महिला श्रीमती महिंद्रा देवी आ गईं, जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन, छावनी परिषद और पशु प्रबंधन व्यवस्था की लापरवाही को उजागर कर दिया है।
निवासियों का कहना है कि समय रहते आवारा पशुओं को नियंत्रित करने और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के उपाय किए गए होते, तो इस दुर्घटना को टाला जा सकता था। क्षेत्रवासियों ने प्रशासन के समक्ष कई अहम मांगें भी रखी हैं—
आवारा पशुओं को तत्काल पकड़कर सुरक्षित स्थान या गौशाला तक पहुंचाया जाए।
अधूरे गौशाला निर्माण को शीघ्र पूरा कराया जाए।
पशु प्रबंधन हेतु स्थायी टीम व हेल्पलाइन कंट्रोल रूम स्थापित किया जाए।
इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय हो और पीड़ित परिवार को सहायता दी जाए।
मुख्य बाजार एवं भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में दैनिक निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए।
भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए।
क्षेत्रवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन या विरोध प्रदर्शन को मजबूर होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
Reported By: Arun Sharma












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