उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के आधोईवाला चुना भट्टा स्थित शिव मंदिर धर्मशाला में आयोजित ऐलीवेटेड रोड परियोजना की जनसुनवाई में एक भी व्यक्ति योजना के समर्थन में सामने नहीं आया। बड़ी संख्या में मौजूद प्रभावित बस्तीवासियों ने सर्वसम्मति से इस परियोजना का विरोध जताया और सरकार से इसे रद्द करने की मांग की।
आम जनता का विरोध स्पष्ट
जनसुनवाई के दौरान सीटू के महामंत्री लेखराज ने उपस्थित लोगों से समर्थन और विरोध पर राय मांगी। उन्होंने पूछा कि यदि कोई भी व्यक्ति ऐलीवेटेड रोड के पक्ष में है तो हाथ उठाए, लेकिन सैकड़ों की भीड़ में एक भी हाथ नहीं उठा। इसके विपरीत जब योजना के विरोध में हाथ उठाने को कहा गया तो पूरा जनसमूह एक स्वर में इसके खिलाफ खड़ा हो गया।
बस्ती बचाओ आंदोलन का बयान
सीटू से संबद्ध बस्ती बचाओ आंदोलन की प्रतिनिधि प्रेमा ने कहा कि इस योजना से लाखों लोग बेघर हो जाएंगे। उनका कहना था कि यह परियोजना चंद लोगों के लाभ के लिए है, जबकि गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार इसका सबसे ज्यादा नुकसान उठाएंगे।
लिखित प्रत्यावेदन और मालिकाना हक़ की मांग
जनसुनवाई में उपस्थित बस्तीवासियों ने सरकार के समक्ष अपने लिखित प्रत्यावेदन भी प्रस्तुत किए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उन्हें उजाड़ने के बजाय मालिकाना हक़ दिया जाए। साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से किए गए उस चुनावी वादे की भी याद दिलाई, जिसमें कहा गया था कि किसी का भी मकान नहीं तोड़ा जाएगा और मालिकाना अधिकार प्रदान किए जाएंगे।
Reported By: Shiv Narayan













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