देहरादून स्थित दून मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में जूनियर डॉक्टरों की शर्मनाक करतूत ने न सिर्फ संस्थान की प्रतिष्ठा को तार-तार किया, बल्कि मरीजों और उनके परिवारों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए। शराब के नशे में धुत होकर अर्धनग्न अवस्था में अश्लील हरकतें और हुड़दंग मचाने की इस घटना ने कॉलेज प्रशासन को आगबबूला कर दिया है। यह कोई मामूली अव्यवस्था नहीं, बल्कि मेडिकल कॉलेज की गरिमा, अनुशासन और पवित्रता पर सीधा हमला है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रचार्या डॉ. गीता जैन ने दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है कि इस घृणित कृत्य में शामिल हर दोषी को कठोरतम सजा भुगतनी होगी—कोई रियायत, कोई माफी नहीं। जांच कमेटी तत्काल गठित कर पूछताछ शुरू कर चुकी है, और प्रशासन ने साफ कर दिया है कि दोषियों को न सिर्फ चेतावनी, बल्कि निलंबन, कानूनी कार्रवाई और उनके भविष्य के पेशेवर अधिकारों पर कड़ा प्रहार सुनिश्चित किया जाएगा। सबसे घोर लज्जाजनक बात यह है कि हॉस्टल की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त साबित हुई।
घंटों तक चली इस पार्टी के दौरान ड्यूटी पर तैनात गार्ड्स ने नाक के नीचे सब कुछ अनदेखा किया। इतना ही नहीं सुरक्षा कर्मियों ने बिना प्राचार्य, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट या वार्डन को सूचित किए पुलिस को परिसर में घुसने दिया। यह सिस्टम की घोर विफलता और आपराधिक लापरवाही का जीता-जागता सबूत है। प्रशासन ने अब सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि ऐसी लापरवाही दोबारा बर्दाश्त नहीं होगी।
डॉ. गीता जैन, प्राचार्य, दून मेडिकल कॉलेज
Reported By: Arun Sharma












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