मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में आयोजित अमर उजाला एमएसएमई कॉन्क्लेव में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने उत्तराखण्ड में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र की प्रगति, निवेश संभावनाओं और औद्योगिक विकास पर अपने विचार साझा किए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में अब तक 78,826 एमएसएमई इकाइयाँ स्थापित हो चुकी हैं, जिनमें 57% पर्वतीय क्षेत्रों में हैं। वर्ष 2021 से अब तक 28,370 नई इकाइयों की स्थापना के साथ लगभग ₹4,000 करोड़ का निवेश और 1.32 लाख रोजगार सृजित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के दौरान ₹3.56 लाख करोड़ के निवेश समझौते हुए, जिनमें से लगभग ₹1 लाख करोड़ की परियोजनाएँ धरातल पर उतर चुकी हैं। राज्य सरकार ने औद्योगिक, एमएसएमई, स्टार्टअप और लॉजिस्टिक नीतियों के माध्यम से निवेश के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र राज्य की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने के साथ आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड के माध्यम से राज्य के पारंपरिक उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचाया जा रहा है।
Reported By: Praveen Bhardwaj












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