उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ ने अपने व्यापारिक गतिविधियों का दायरा बढ़ाकर 3 हजार करोड़ रुपये वार्षिक टर्नओवर का लक्ष्य रखा है। सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने निरंजनपुर सहकारी क्षेत्रीय कार्यालय में आयोजित सहकारी सम्मेलन में बताया कि संघ शीघ्र ही ‘हिमाला जल’ नाम से बोतलबंद पानी लांच करेगा। इसके लिए हरिद्वार में मिनरल वाटर प्लांट स्थापित किया जाएगा।
इसके साथ ही संघ ऑर्गेनिक बायो-फर्टिलाइज़र और फिनाइल उत्पादन इकाइयाँ भी शुरू करेगा। प्रदेशभर में 500 सहकारी क्रय केंद्र स्थापित किए जाएंगे, ताकि किसानों को गाँव स्तर पर उनके उत्पादों का उचित मूल्य मिल सके और बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो।
डॉ. रावत ने कहा कि नवरात्रों में 100 करोड़ की नई व्यवसायिक योजनाओं का शुभारंभ होगा। उन्होंने बताया कि राज्य के 95 ब्लॉकों में सामूहिक सहकारी खेती के जरिए बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने और पहाड़ी कृषि उत्पादों को “लोकल से ग्लोबल” बाजार तक पहुंचाने की दिशा में काम हो रहा है।
कार्यक्रम के दौरान महिला एवं स्वयं सहायता समूहों को ब्याजमुक्त ऋण के चेक वितरित किए गए। साथ ही घोषणा की गई कि महिलाओं को बिना गारंटी के 21,000 रुपये का ब्याजमुक्त ऋण, वरिष्ठ नागरिकों को भारत दर्शन व चारधाम यात्रा के लिए ऋण और विद्यार्थियों को शिक्षा ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
राज्य में 3 अक्टूबर से 30 दिसम्बर तक सभी 13 जनपदों में सात दिवसीय सहकारी मेले भी आयोजित होंगे, जिनसे 10 लाख किसानों को सहकारिता से जोड़ने का लक्ष्य है।
Reported By: Arun Sharma












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