देहरादून में 15 नवंबर को देवभूमि विकास संस्थान द्वारा आयोजित व्याख्यान माला – “विचारों का अविरल प्रवाह : गंगधारा 2.0” समाज में बिखरते रिश्तों और प्री-वेडिंग काउंसिलिंग की प्रासंगिकता पर केंद्रित रहेगी। बदलते सामाजिक परिवेश में पारिवारिक मूल्यों के संरक्षण और वैवाहिक जीवन में सामंजस्य को लेकर विशेषज्ञ गहन विमर्श करेंगे।
कार्यक्रम के सह-आयोजक दून विश्वविद्यालय हैं। हरिद्वार रोड स्थित संस्कृति विभाग के प्रेक्षागृह में आयोजित होने वाले इस एकदिवसीय आयोजन में “खुशहाल परिवार – समृद्ध परिवार सम्मान” भी प्रदान किए जाएंगे।
मुख्य अतिथि के रूप में माता मंगला जी और दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल उपस्थित रहेंगी। वहीं समापन सत्र में डॉ. विजय धस्माना और प्रो. दीवान सिंह रावत विशेष वक्ता के रूप में अपने विचार साझा करेंगे।
यह आयोजन गौरा देवी की जन्मशती और जनजाति गौरव दिवस को भी समर्पित होगा। इस अवसर पर समाजिक जागरूकता को नई दिशा देने वाली दो पुस्तकों का विमोचन किया जाएगा और “प्री-वेडिंग काउंसिलिंग – जागरूकता ही समाधान” अभियान की औपचारिक शुरुआत होगी।
Reported By: Arun Sharma













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