विश्वप्रसिद्ध उद्योगपति और समाजसेवी हिंदुजा परिवार का परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में आगमन हुआ, जहां उन्होंने पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज से भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया। परिवार ने मां गंगा तट पर दिवंगत गोपीचंद पी. हिंदुजा जी की आत्मा की शांति हेतु विशेष शांति पूजा संपन्न की।
गोपीचंद हिंदुजा, हिंदुजा ग्रुप के चेयरमैन और वैश्विक उद्योग जगत की एक प्रतिष्ठित शख्सियत थे, जिनका हाल ही में लंदन में 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन से उद्योग जगत, भारतीय आर्थिक समुदाय और वैश्विक हितधारकों में गहरा शोक व्याप्त है।
1950 में पारिवारिक व्यवसाय से जुड़ने वाले गोपीचंद हिंदुजा ने अपनी दूरदर्शिता और नेतृत्व से हिंदुजा ग्रुप को 100 से अधिक देशों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और मानवीय कार्यों में भी उनका योगदान अप्रतिम रहा। अशोक लेलैंड और इंडसइंड बैंक जैसी कंपनियाँ उनके नेतृत्व का सशक्त उदाहरण हैं।
स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज ने उनकी विनम्रता, सादगी, भारतीय मूल्यों और सेवा भाव की सराहना करते हुए कहा कि गोपीचंद हिंदुजा जी ने यह सिद्ध किया कि व्यापार केवल लाभ नहीं, बल्कि मानवता की सेवा का माध्यम भी है।
हिंदुजा परिवार ने परमार्थ निकेतन में एक विशाल भंडारे का भी आयोजन किया, जिसमें साधु-संतों और निराश्रितों को भोजन कराया गया। परिवार ने कहा कि परमार्थ निकेतन आकर ऐसा प्रतीत होता है मानो वे अपने वास्तविक घर लौट आए हों—यहां की शांति, भक्ति और सेवाभाव आत्मा को स्पर्श करते हैं।
हिंदुजा परिवार का यह आध्यात्मिक आगमन इस बात का संदेश देता है कि सफलता और व्यस्तता के बीच भी जीवन में अध्यात्म की आवश्यकता सदैव महत्वपूर्ण बनी रहती है। जब व्यापार और आध्यात्मिकता एक साथ चलते हैं, तब समाज में संतुलन, सौहार्द और समृद्धि बढ़ती है।
Reported By: Arun Sharma












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