उत्तरकाशी जिले में आई आपदा के मद्देनजर ग्राम्य विकास एवं सड़कों के रखरखाव से जुड़े विभागों को सक्रिय किया गया है। ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने बुधवार को अपने कैंप कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान उत्तराखंड ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण (यूआरआरडीए) के मुख्य अभियंता को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत बनी सभी सड़कों को हर हाल में खुला रखा जाए।
मंत्री जोशी ने धराली एवं हर्षिल जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों में किसी भी प्रकार की बाधा न आने देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा के समय दुर्गम क्षेत्रों में पीएमजीएसवाई की सड़कें वैकल्पिक जीवन रेखा का कार्य करती हैं, अतः किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बंद सड़कों को युद्धस्तर पर खोलने की आवश्यकता है ताकि राहत कार्यों में लगे कर्मियों और स्थानीय निवासियों को सुगम मार्ग मिल सके।
मंत्री ने अधिकारियों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर कार्य करने तथा जनभावनाओं का सम्मान करते हुए त्वरित समाधान सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही यह भी बताया गया कि पीएमजीएसवाई की मशीनें राष्ट्रीय राजमार्ग खोलने के कार्य में भी लगाई गई हैं।
बैठक में यूआरआरडीए के मुख्य अभियंता ने जानकारी दी कि गढ़वाल क्षेत्र में 81 और कुमाऊं में 50 सड़कें भारी बारिश के चलते बंद हो गई हैं, जिन्हें प्राथमिकता के आधार पर खोला जा रहा है। साथ ही धारचूला क्षेत्र में एक पुल बहने की जानकारी भी दी गई, लेकिन वाहनों की आवाजाही के लिए वहां अस्थायी वैकल्पिक व्यवस्था कर दी गई है।
सरकार द्वारा किए गए ये प्रयास आपदा राहत को प्रभावी रूप से संचालित करने में मददगार साबित हो रहे हैं।
Reported By: Shiv Narayan












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