जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने प्रमुख सचिव ऊर्जा आर. मीनाक्षी सुंदरम से मुलाकात कर पछवादून क्षेत्र की शक्ति नहर की बार-बार घटिया मरम्मत और क्षतिग्रस्त होने की जांच की मांग की। उन्होंने कई वर्षों से एक ही जगह जमे अधिकारियों के तबादले और यूपीसीएल में एसएचजी के माध्यम से कार्यरत लाइनमैनों के भविष्य की सुरक्षा हेतु ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।
नेगी ने कहा कि शक्ति नहर पर लाखों-करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद मरम्मत कार्य बार-बार फेल हो जाता है, जिससे ढालीपुर, ढकरानी और कुल्हाल पावर हाउस की विद्युत आपूर्ति बाधित होती है और राज्य की जनता को भारी नुकसान झेलना पड़ता है।
साथ ही उन्होंने एसएचजी लाइनमैनों के शोषण का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ये 24 घंटे जोखिम उठाकर जनता की सेवा करते हैं, लेकिन सिर्फ 14-15 हजार रुपये वेतन पाते हैं। कई लाइनमैन बिजली की चपेट में आकर जान भी गंवा चुके हैं। उन्होंने मांग की कि लाइनमैनों को सरकारी संविदा पर कार्योजित किया जाए, बीमा सुविधा दी जाए और भविष्य सुरक्षित किया जाए।
प्रमुख सचिव ने इस संबंध में एमडी, यूजेविएनएल और एमडी, यूपीसीएल को कार्रवाई के निर्देश जारी किए।
Reported By: Arun Sharma












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