गोपेश्वर। नए बोर्ड के गठन के बाद से बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा विवाद तब खड़ा हुआ जब बदरीनाथ के रावल अमरनाथ नंबूदरी ने महाभिषेक व अन्य पूजाओं में हो रही अव्यवस्थाओं पर गंभीर आपत्ति जताई।
सूत्रों के अनुसार, कई वीआईपी श्रद्धालु बिना शुल्क दिए पूजाओं में आगे बैठ जाते हैं, जबकि शुल्क जमा करने वाले भक्तों को पीछे स्थान दिया जाता है। इस पर रावल ने कड़ी नाराजगी जताते हुए सीईओ विजय थपलियाल से चर्चा की। इसके बाद सीईओ ने आदेश जारी करते हुए स्पष्ट किया कि मंदिर समिति के अध्यक्ष या किसी भी माध्यम से आने वाले अतिथियों को पूजाओं में बैठाने से पूर्व सीईओ की स्वीकृति आवश्यक होगी।

रावल की आपत्ति के बाद धाम में दर्शनों व पूजाओं में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। वहीं, हाल ही में बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती का एक ज्ञापन भी वायरल हुआ, जिसमें कर्मचारियों की मनमानी व बिना अनुमति अनुपस्थिति पर नाराजगी जताई गई थी।
इसके अतिरिक्त, समिति के एक अधिकारी को कर्मचारी द्वारा धमकी देने का मामला भी सामने आया है, जिससे बीकेटीसी के अंदरूनी हालात एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गए हैं।
Reported By: Arun Sharma












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