सुभाष बनखंडी श्री राम लीला कमेटी, ऋषिकेश (रजि.) द्वारा आयोजित राम लीला महोत्सव में सीता हरण एवं जटायु मरण लीला का भव्य मंचन किया गया।
रामायण के इस मार्मिक प्रसंग को देखने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी, जिसने सभी को चौंका दिया। पंडाल में जनसैलाब उमड़ पड़ा और “जय श्री राम” के जयघोष से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और माता सीता के पंचवटी निवास का दृश्य, मारीच द्वारा स्वर्ण मृग बनकर छल करना, रावण का साधु रूप धारण कर सीता हरण करना — सभी प्रसंगों का मंचन अत्यंत जीवंत और भावनात्मक रहा।
जटायु और रावण के युद्ध का दृश्य लीला का मुख्य आकर्षण रहा। जटायु द्वारा माता सीता की रक्षा हेतु दिया गया साहस और बलिदान देखकर दर्शक भावविभोर हो उठे। भगवान श्रीराम का जटायु के प्रति करुणा और सम्मान का भाव सबके नेत्र नम कर गया।
लीला स्थल पर अकल्पनीय भीड़ ने प्रशासन और आयोजकों दोनों को चौंका दिया, परंतु पूरे आयोजन के दौरान व्यवस्था अनुशासित और भव्य बनी रही।
कमेटी के पदाधिकारियों ने श्रद्धालुओं के प्यार, सहयोग और समर्थन के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया और कहा कि “जनता का यह अपार प्रेम ही राम लीला की वास्तविक शक्ति है।”
कार्यक्रम के अंत में “जय श्री राम” के नारों से सम्पूर्ण वातावरण गूंज उठा और भक्ति का अद्भुत माहौल बन गया।
मौके पर- अतिथि के रूप में उत्तराखंड में प्रथम आई सीता का अभिनय करने वाली सान्या सचदेबा को विशेष रूप से सम्मानित किया गया । सुश्री सान्या सचदेवा ने इस अवसर पर रामलीला में सुंदर अभिनय करने वाले सभी को बधाई दी और बनखंडी रामलीला कमेटी का धन्यवाद किया ।
Reported By: Arun Sharma












Discussion about this post