इंग्लैंड के हेनली शो ग्राउंड में संपन्न वर्ल्ड योग फेस्टिवल-2025 एक अद्वितीय आध्यात्मिक और योगिक उत्सव के रूप में उभरा। इस आयोजन में योग, वेदांत, ध्यान, आयुर्वेद, मंत्र, संगीत और सेवा जैसे भारतीय ज्ञान परंपरा के विविध आयामों का वैश्विक मंच पर भव्य प्रदर्शन हुआ।
भारत की ओर से इस आयोजन में आध्यात्मिक प्रतिनिधित्व करते हुए डॉ. साध्वी भगवती सरस्वती जी ने योग को आंतरिक उपचार और आत्मिक शांति का मार्ग बताते हुए कहा कि “योग केवल शरीर का व्यायाम नहीं, बल्कि आत्मा को उसके वास्तविक स्वरूप से जोड़ने वाला जीवन-दर्शन है।” उन्होंने नारी शक्ति, सेवा और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर भी गहन विचार साझा किए।

न्यूयॉर्क स्थित रामकृष्ण मिशन के स्वामी सर्वप्रियानंद जी ने अद्वैत वेदांत और अष्टावक्र गीता की शिक्षाओं के माध्यम से योग साधकों को आत्मबोध की ओर प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि योग मन को शुद्ध करता है, और वेदांत उस शुद्ध मन को ब्रह्मसाक्षात्कार की ओर ले जाता है – “योग से शुद्धि, वेदांत से सिद्धि।”
इस महोत्सव ने भारत की आध्यात्मिक चेतना, सनातन मूल्यों और ज्ञान परंपरा को वैश्विक पटल पर पुनः प्रतिष्ठित किया, और एक नई आध्यात्मिक क्रांति का मार्ग प्रशस्त किया।
Reported By: Arun Sharma












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