आईआईटी रूड़की में आज 25वाँ दीक्षान्त समारोह आयोजन भव्य रूप से मनाया गया। दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और प्रो. डॉक्टर निर्मलजीत सिंह कलसी मौजूद रहे। इस वर्ष 2614 छात्र- छात्राओं को उपाधियाँ प्रदान की गई जिनमें 1267 स्नातक,847 स्नातकोत्तर एवं 500 पीएचडी छात्र-छात्रा शामिल रहे जिनमें 70 विदेशी छात्र- छात्राएं भी शामिल थे।
इस दौरान वंश सैनी को राष्ट्रपति स्वर्ण पदक,हार्दिक साहनी को निदेशक स्वर्ण पदक,श्रेया मित्तल को भारत के राष्ट्रपति डॉक्टर शंकर दयाल शर्मा स्वर्ण पदक,बालगा पवन साई को संस्थान रजत पदक व अनवदय खरे को संस्थान कांस्य पदक से सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि आज की उपस्थिति उनके लिए गर्व की बात है आईआईटी रुड़की की अकादमिक उत्कृष्टता और राष्ट्रीय योगदान पर उन्हें गर्व है। उन्होंने संस्थान की विरासत और इसके पूर्व छात्रों की उपलब्धियों को प्रेरणादायी बताया। संस्थान के निदेशक प्रो. के.के. पंत ने कहा कि आईआईटी रुड़की के छात्र देश के लिए अमूल्य योगदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मिशन विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करना है।
उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि हमारे छात्र-छात्राएं 2047 तक विकसित आत्मनिर्भर भारत बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। प्रो. निर्मलजीत कलसी ने छात्रों को निरंतर सीखने, सत्यनिष्ठा और राष्ट्र निर्माण के मूल्यों को अपनाने की अपील की। इस अवसर पर छात्रों एवं उनके परिवारों को बधाई दी गई और सभी को वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया गया।
डॉ जितेंद्र सिंह (मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री)
Reported By: Praveen Bhardwaj












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