शिमला में हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सहकारिता सम्मेलन में उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि हिमालयी राज्यों की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बीच सहकारिता विकास का सशक्त माध्यम है।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सहकार से समृद्धि’ मंत्र को अपनाते हुए कई योजनाएं संचालित कर रही है। दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के तहत 11 लाख से अधिक किसानों व 6,251 स्वयं सहायता समूहों को ₹6812 करोड़ का ब्याजमुक्त ऋण दिया गया है। सहकारी समितियों और बैंकों में महिलाओं को 33% आरक्षण देकर उनकी भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना, माधो सिंह भंडारी सामूहिक खेती योजना और मिलेट मिशन के माध्यम से किसानों व महिलाओं को सीधा लाभ मिल रहा है। वहीं, दून सिल्क ब्रांड के तहत स्थानीय रेशमी वस्त्रों को बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है।
डॉ. रावत ने कहा कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश मिलकर सहकारी बैंकों में नवाचार और ठोस कार्ययोजनाएं तैयार करेंगे। साथ ही 3 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक प्रदेशभर में सहकारी मेलों का आयोजन कर किसानों, युवाओं, कारीगरों और महिला समूहों को बाजार उपलब्ध कराया जाएगा।
Reported By: Arun Sharma













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