उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में महर्षि वाल्मीकि प्रकट उत्सव बड़ी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही अलग-अलग जगहों और विभिन्न वाल्मीकि मंदिरों और आश्रमों में भक्ति व आरती के कार्यक्रम आयोजित किए गए। श्रद्धालुओं ने महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर समाज में उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प लिया।
शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, महिलाएँ और बच्चे पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए। नगर के प्रमुख मार्गों से होकर निकली यात्रा में भजन-कीर्तन और झाँकियाँ आकर्षण का केंद्र रहीं। जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए और श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की गई।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि न केवल रामायण के रचयिता थे, बल्कि उन्होंने समाज को सत्य, न्याय और धर्म का मार्ग दिखाया। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर समाज में समानता, शिक्षा और सद्भावना को बढ़ावा देने का संकल्प लिया गया।
मोहन काला, आयोजककर्ता देहरादून
तेजपाल पार्चा, अयोजककर्ता देहरादून
Reported By: Shiv Narayan












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