मुनस्यारी बचाओं संघर्ष समिति ने ग्राम पंचायत टांगा में गरारी से गिरकर गंभीर रूप से घायल हुई महिला के मामले में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। उन्होंने कहा कि तकनीकी रूप से खराब गरारी के लिए जिम्मेदार तथा 10 वर्षों से एक मोटर पुलिया नहीं बनने की जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाय। घायल महिला को तत्काल आपदा मद से मुआवजा दिया जाने की भी मांग उठाई है। समिति ने कहा कि 15 दिन के भीतर उचित कार्रवाई नहीं होने पर सरकार, प्रशासन तथा विभाग के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
समिति के संयोजक तथा पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आज ईमेल के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा। उन्होंने कहा कि 24 जुलाई को तकनीकी रूप से खराब गरारी से गिरकर टांगा निवासी श्रीमती यशोदा देवी पत्नी प्रहलाद सिंह नदी में गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई थी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण निर्माण विभाग डीडीहाट की जिम्मेदारी में यह गरारी चल रही है। विभाग द्वारा समय-समय पर गरारी की तकनीकी स्थिति की जांच क्यों नहीं की गई। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा टांगा नदी के आर-पार मोटर मार्ग का निर्माण कर दिया गया है। नदी में 10 वर्षों से एक मोटर पुलिया का निर्माण नहीं किया गया है। इस कारण से लोगों की मजबूरी है कि बरसात के मौसम में गरारी से आवागमन करते है।
उन्होंने कहा कि मोटर पुलिया के निर्माण में किस स्तर से विलंब हो रहा है, इसकी भी जांच की जानी चाहिए। तकनीकी रूप से गरारी खराब होने के कारण महिला नीचे नदी में गिरी है, इसलिए उसे आपदा मद से मुआवजा दिया जाना चाहिए।
उन्होंने मुख्यमंत्री से जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को आदेशित करने की मांग उठाई कि तत्काल जिला स्तरीय जांच टीम बनाकर तीन बिंदुओं की जांच कर उसकी रिपोर्ट 15 दिन के भीतर ग्राम पंचायत टांगा को उपलब्ध कराने की सलाह दी है।
उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार द्वारा इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो स्थानीय ग्राम वासियों को साथ में लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
Reported By: Arun Sharma












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