कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित वाणिज्य भवन में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय द्वारा आयोजित बोर्ड ऑफ ट्रेड बैठक में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए मंत्री जोशी ने उत्तराखंड के निर्यात क्षेत्र की प्रमुख चुनौतियों तथा आवश्यकताओं को मजबूती से केंद्र सरकार के समक्ष रखा।
बैठक में उन्होंने राज्य में खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों, फल, सब्जी एवं अन्य कृषि उत्पादों की जांच के लिए आधुनिक और अंतर्राष्ट्रीय मानकों से युक्त परीक्षण प्रयोगशाला (APEDA Testing Lab) की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से आग्रह किया कि उत्तराखंड में ऐसी लैब स्थापित की जाए, जिससे किसानों और उद्योगों को बार–बार चंडीगढ़, लखनऊ या गाजियाबाद जैसे शहरों में परीक्षण कराने की मजबूरी से राहत मिल सके। परीक्षण सुविधा की अनुपलब्धता के कारण होने वाले समय और धन के नुकसान को भी उन्होंने प्रमुख समस्या बताया।
मंत्री गणेश जोशी के अनुरोध पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने तत्काल एपिडा अधिकारियों को उत्तराखंड के लिए टेस्टिंग लैब की स्वीकृति प्रदान करने के निर्देश दिए। मंत्री जोशी ने इसके लिए केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कदम राज्य के किसानों, उद्यमियों और खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। इससे निर्यात होने वाले उत्पादों की गुणवत्ता, विश्वसनीयता और प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
बैठक में मंत्री जोशी ने बताया कि राज्य में निर्यात प्रोत्साहन नीति 2021 लागू है, जिसके तहत अगले पाँच वर्षों में निर्यात को 15,000 करोड़ से बढ़ाकर 30,000 करोड़ रुपये तक पहुँचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वर्तमान में उत्तराखंड से फार्मा, प्लास्टिक, केमिकल और ऑटोमोबाइल उत्पादों का निर्यात UAE, USA और सिंगापुर सहित कई देशों को किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पंतनगर और काशीपुर में दो ICD पहले से संचालित हैं, जबकि हरिद्वार में एक नया ICD निर्माणाधीन है, जो राज्य के लॉजिस्टिक नेटवर्क को और सुदृढ़ करेगा। निर्यात नीति 2021 और लॉजिस्टिक नीति 2023 ने राज्य की निर्यात क्षमता को नई दिशा प्रदान की है।
अंत में मंत्री जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया अंब्रेला ब्रांड “हाउस ऑफ हिमालयाज” उत्तराखंड के कृषि एवं उद्यानिकी उत्पादों को वैश्विक बाजार में नई पहचान दिला रहा है, जिससे राज्य के निर्यात को और अधिक गति मिलने की उम्मीद है।
Reported By: Arun Sharma












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