उत्तराखंड उच्च न्यायालय में धरना प्रदर्शन करने रूड़की के टोडा एहतिमाल गांव के कुछ लोग काले कपड़े पहनकर नैनीताल पहुँचे पीड़ित व उसके परिजनों को पुलिस ने पकड़ लिया। और उन्हें वैधानिक तरीके से अधिवक्ता के माध्यम से अपनी बात कोर्ट में रखने की सलाह दी। जिसके बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस की सलाह मान ली।
पकड़े गए पीड़ित व उसके परिजनों का कहना है कि तीन मई को गांव के रविदास मंदिर और आंबेडकर जी की मूर्ति के बीच से कुछ लोग रास्ता बना रहे थे। विरोध करने पर दबंगो ने उनके घर मे घुसकर मारपीट और बहनों के साथ दुर्व्यवहार किया। मामले में पुलिस ने संबंधितों के विरुद्ध पोक्सो और एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा तो दर्ज किया, मगर बाद में पोक्सो और एससी एसटी धाराओं को हटा दिया गया। जिसके बाद दबंगो ने उनके परिवार के विरुद्ध क्रॉस एफआईआर भी दर्ज करा दी। कुछ लोगों ने न्याय के लिए हाईकोर्ट में धरना प्रदर्शन करने की सलाह दी तो वह नैनीताल चले आये।
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हरीश कुमार, पीड़ित
जगदीश चंद्रा, एसपी नैनीताल












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