अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) का 71वां राष्ट्रीय अधिवेशन 28–30 नवंबर को देहरादून के परेड ग्राउंड स्थित ‘भगवान बिरसा मुंडा नगर’ में संपन्न हुआ। देशभर से 1211 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अधिवेशन में शिक्षा, बांग्लादेशी घुसपैठ, प्राकृतिक आपदा, विभाजनकारी ताकतों और समाज परिवर्तन विषयक कुल पाँच प्रस्ताव पारित किए गए।
अधिवेशन में रानी अब्बक्का कलश यात्रा, भगवान बिरसा संदेश यात्रा और गुरु तेग बहादुर जी से जुड़े पवित्र जल-कलश की उपस्थिति प्रमुख आकर्षण रही। ‘रानी अब्बक्का प्रदर्शनी’ ने संगठन के 77 वर्षों के इतिहास और उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया।

अभाविप ने इस वर्ष 76.98 लाख सदस्यता के साथ अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बनाया। सत्र 2025-26 के लिए प्रो. (डॉ.) राजकिशोर तिवारी राष्ट्रीय अध्यक्ष और डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी को राष्ट्रीय महामंत्री पुनर्निर्वाचित किया गया। अधिवेशन का उद्घाटन इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ ने किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रा. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार–2025 गोरखपुर के श्रीकृष्ण पांडेय ‘आजाद’ को प्रदान किया।
अभाविप आगामी दिनों में देशभर में छात्रावास सर्वेक्षण, ‘स्क्रीन टाइम टू एक्टिविटी टाइम’ अभियान, वंदेमातरम की 150वीं वर्षगांठ कार्यक्रम, तथा महारानी अब्बक्का और भगवान बिरसा मुंडा जयंती से जुड़े आयोजनों सहित कई राष्ट्रीय अभियान चलाएगा।
डॉ वीरेंद्र सोलंकी, राष्ट्रीय महामंत्री एबीवीपी
Reported By: Shiv Narayan












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