ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन में चल रहे दस दिवसीय निःशुल्क मोतियाबिंद चिकित्सा शिविर का पांचवां दिन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। अब तक 100 से अधिक ऑपरेशन किए जा चुके हैं, जबकि 1000 से अधिक मरीजों का पंजीकरण हो चुका है।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के मार्गदर्शन में आयोजित यह शिविर गरीब, असहाय और जरूरतमंद लोगों के नेत्र स्वास्थ्य को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। भारत सहित अमेरिका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और नेपाल के विशेषज्ञ नेत्र चिकित्सक इसमें सेवाएं दे रहे हैं।
शिविर में प्रारंभिक जांच, दवाइयाँ, परामर्श और ऑपरेशन के बाद की देखभाल तक की सभी सेवाएँ पूर्णतः निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। परमार्थ निकेतन की टीम यह सुनिश्चित कर रही है कि हर रोगी को सम्मान और स्नेह के साथ शीघ्र उपचार मिले।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि “सेवा ही सर्वोत्तम साधना है”, और यह शिविर उसी भावना का प्रतीक है, जो समाज के वंचित वर्ग के जीवन में नई रोशनी और उम्मीद का संचार कर रहा है।
Reported By: Arun Sharma












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