प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस (17 सितम्बर) से लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती (02 अक्टूबर) तक उत्तराखण्ड स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित “स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार” अभियान महिला स्वास्थ्य और सशक्तिकरण को समर्पित एक व्यापक आंदोलन का रूप ले चुका है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान ने प्रदेशभर में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ दर्ज की हैं।
प्रमुख उपलब्धियाँ (17–23 सितम्बर, 2025)
9,112 स्वास्थ्य शिविर आयोजित, जिनमें 4,39,973 लाभार्थियों को सेवाएँ मिलीं।
हाइपरटेंशन जांच : 2,24,774 लोग।
डायबिटीज जांच : 2,09,877 लोग।
कैंसर स्क्रीनिंग : 2,06,615 लोग।
मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य अंतर्गत 46,523 गर्भवती महिलाओं की जांच, 66,194 बच्चों का टीकाकरण।
75,544 लोगों की एनीमिया जांच, 4,116 लोगों की टीबी जांच।
2,30,902 लोगों को परामर्श सेवाएँ।
आयुष्मान भारत योजना के तहत 7,694 कार्ड जारी, ई–रक्तकोश में 42,602 यूनिट रक्त पंजीकृत।
अभियान की गतिविधियाँ
शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर, रक्तदान, मातृ–शिशु स्वास्थ्य स्क्रीनिंग, निःशुल्क दवा वितरण, पोषण एवं स्वच्छता पर परामर्श, किशोरियों के लिए जागरूकता सत्र और नेतृत्व कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।
सरकार का दृष्टिकोण
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “स्वस्थ महिला ही सशक्त परिवार और समाज की नींव है।” वहीं, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को हर गांव और घर तक पहुँचाना है।
“स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार” अभियान उत्तराखण्ड में महिला स्वास्थ्य और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है।
Reported By: Arun Sharma












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