रुड़की के भंगेड़ी गांव में सोमवार को एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। बताया जा रहा है कि महमूदपुर निवासी आयशा की शादी करीब ढाई वर्ष पूर्व भंगेड़ी निवासी परवेज से हुई थी। परिवार में सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन शादी के कुछ ही महीनों बाद आयशा को दहेज को लेकर ससुराल में प्रताड़ना झेलनी पड़ी।
परिजनों के अनुसार, पति परवेज, सास सुभानी और ससुर रिफ़ाक़त लगातार आयशा को कम दहेज लाने का ताना देते थे। कई बार आयशा ने फोन पर अपनी पीड़ा परिवार के साथ साझा की थी। रविवार को अचानक उसकी हालत बिगड़ने पर उसे गंभीर अवस्था में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मृतका की माता रहमानी ने आरोप लगाया कि ससुराल पक्ष ने आयशा को ज़हर देकर मौत के घाट उतारा और मामले को दबाने की कोशिश की। वहीं, मामा हसरत ने कहा कि आयशा बार-बार बताती थी कि पति और सास-ससुर उसे प्रताड़ित करते हैं, अब उन्होंने उसे जान से मार दिया।
परिजनों ने पुलिस से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
भंगेड़ी की यह घटना एक बार फिर समाज के सामने यह सवाल खड़ा करती है—कब तक बेटियाँ दहेज की बलि चढ़ती रहेंगी?
रहमानी (मृतका की माता)
हसरत (मृतका का मामा)
Reported By: Praveen Bhardwaj












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