ऋषिकुल आयुर्वेद महाविद्यालय, हरिद्वार में 28 जुलाई को औषधीय और फलों के पौधे रोपकर वृक्षारोपण की शुरुआत की गई। इस दिन कैंपस डायरेक्टर डॉ डी सी सिंह, डॉ संजय त्रिपाठी, डॉ खेम चंद शर्मा, डॉ के के शर्मा, श्री योगेश पांडे के साथ मुझे कॉलेज परिसर में पौधे लगाने का अवसर मिला। मैंने इसी कॉलेज से 1987 में बी ए एम एस किया है। मैंने परिसर निदेशक से अनुरोध किया था कि छात्रों द्वारा एक एक पेड़ लगाए जाएं और उन्हें उनकी देखभाल की जिम्मेदारी दी जाय। मुझे अपनी मातृ संस्था के लिए 100 पौधे उपलब्ध कराने का अवसर देने के लिए डॉ डी सी सिंह का आभार।
यहीं फार्मेसी में कार्यरत डॉ अवनीश उपाध्याय और डॉ पंकज चौहान ने मुझे भरोसा दिलाया है कि अपनी देखरेख में वह बाकी सभी पौधे लगवाकर छात्रों को देखभाल के लिए प्रेरित करेंगे।
यदि बड़े कॉलेजों के छात्र एक एक पौधा गोद लेकर उन्हें 3 साल तक पालने की जिम्मेदारी लें तो अच्छी संख्या में वृक्षारोपण सफल हो सकता है। छात्र चाहें तो पेड़ों के साथ अपने नाम की तख्ती भी लगा सकते हैं। इससे बाद तक उनका अपने गोद लिए पौधों के साथ लगाव बना रहेगा। यदि कोई दूसरे कॉलेज भी जिम्मेदारी के साथ वृक्षारोपण करना चाहें तो मैं पौधों की निःशुल्क व्यवस्था करा दूंगा। इच्छुक संस्थाएं संपर्क करें।
Reported By: Arun Sharma












Discussion about this post